दिखता था वह बड़ा रंगीला, आसमान में भव्य नजारा । दिखता था वह बड़ा रंगीला, आसमान में भव्य नजारा ।
दूर क्षितिज के पार खड़ा है सपनों का वो उड़नखटोला! दूर क्षितिज के पार खड़ा है सपनों का वो उड़नखटोला!
उड़न तश्तरी आयी थी, चकाचौंध फैलाई थी. उड़न तश्तरी आयी थी, चकाचौंध फैलाई थी.
प्राणी तो किसी भी ग्रह का वासी हो, सबका ही कल्याण तो वह करता है। प्राणी तो किसी भी ग्रह का वासी हो, सबका ही कल्याण तो वह करता है।